मैक्स वेबर के सिद्धांत नौकरशाही (ब्यूरोक्रेसी) का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, कारण तथा दोष (Max Weber's theory of bureaucracy meaning, definition, characteristics, causes and defects)

       
मैक्स वेबर के सिद्धांत नौकरशाही (ब्यूरोक्रेसी) का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, कारण तथा दोष
 

  मैक्स वेबर के सिद्धांत नौकरशाही का अर्थ एवं परिभाषा (Max Weber's  Theory of Bureaucracy-Meaning and Definition)

   मैक्स वेबर की नौकरशाही की अवधारणा उनकी सत्ता एवं शक्ति की अवधारणा पर आधारित है नौकरशाही संगठन को वर्तमान पूंजीवादी समाज की उपज एवं आवश्यकता बताई है वेबर की रचनाओं का संबंध यूरोप एवं अमेरिका की 20वीं शताब्दी के दो दशकों से है 19वीं शताब्दी में जब हमारे समाज में औद्योगिक क्रांति का सूत्रपात हुआ तब उद्योगों के संचालन के लिए नौकरशाही की आवश्यकता अनुभव की गई उससे पूर्व के समय के व्यवसाय में नौकरशाही कोई भूमिका नहीं थी जो कि इस अवधि में व्यवसाय का स्वरूप घरेलू था अर्थात उत्पादन घरेलू स्तर पर किया जाता था वेबर ने ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर नौकरशाही के उद्भव की बात कही है वेबर का मानना है कि पश्चिमी समाज के पैतृक तथा सामंती तत्वों ने आधुनिक राज्यों को जन्म दिया है तथा नौकरशाही का वर्तमान रूप आधुनिक राज्यों की उपज है
वेबर ने नौकरशाही को दो रूप में परिभाषित किया है :
  • कानूनी सत्ता के रूप में :- नौकरशाही कानून द्वारा स्थापित व्यक्ति की व्यवस्था है जिसमें व्यक्ति पद की सत्ता का प्रयोग इस आधार पर करते हैं कि उन्हें अपने पद की सत्ता के दायरे में आदेश की औपचारिक वैधता प्राप्त है
  • एक संगठन के रूप में :- नौकरशाही एक संस्करण बद संगठन जिसकी रचना तार्किक ढंग से बहुत से ऐसे व्यक्तियों के कार्यों के समीकरण के लिए की गई है जो वृहद स्तर पर प्रशासनिक दायित्व वह संगठनात्मक लक्ष्यों की प्राप्ति में लगे हैं 
     इस प्रकार वेबर के लिए नौकरशाही कानून द्वारा स्थापित औपचारिक तथा संस्तरित पदों की एक वह व्यक्ति की व्यवस्था है जो प्रशासनात्मक दायित्वों की पूर्ति और संगठनात्मक लक्ष्यो  की प्राप्ति के लिए स्थापित की जाती है
     प्रजातंत्र व्यवस्था में नौकरशाही की भूमिका रीड की हड्डी के समान है मैक्स वेबर के अनुसार नौकरशाही एक प्रकार का प्रशासकीय संगठन है जिसमें योग्यता, निष्पक्षता तथा मनुष्यता का भाव आदि लक्षण पाए जाते हैं वेबर का मानना है कि नौकरशाही में कार्यों का विभेधीकरण पाया जाता है एवं प्रत्येक व्यक्ति नियमानुसार अपनी प्रस्थिति यो को पूरा करते हैं

नौकरशाही की विशेषताएं (Characteristic of Bureaucracy)

नौकरशाही की विशेषताएं एक नौकरशाही कर्मचारी की व्यक्तिगत स्थिति में ही विधमान है वेबर ने भी इन मुद्दों पर पृथक पृथक एवं व्यापक रूप से नहीं लिखा है
  • नौकरशाही प्रशासकीय कार्यों को संचालित करने वाली एक विशिष्ट पद्धति है
  • नौकरशाही में कार्य एवं अधिकारों का स्पष्ट विभाजन निश्चित नियमों के द्वारा स्थापित किया जाता है
  • प्रत्येक नौकरशाह के अधिकार एवं कर्तव्य सुनिश्चित होते हैं और इनके कठोर पालन की अपेक्षा की जाती है
  • नौकरशाही में संपूर्ण कार्य लिखित आधार पर होता है मौखिक आदेशों का इसमें कोई स्थान नहीं होता

 नौकरशाही के विकास के प्रमुख कारण (Main Causes of Development of Bureaucracy)

नौकरशाही का विकास सामाजिक केंद्र पर निर्भर करता है आधुनिक युग में नौकरशाही के विकास के प्रमुख कारण निम्नलिखित हो सकते हैं
  • वर्तमान वित्तीय व्यवस्था में मुद्रा के सफल उपयोग के लिए एक विशेषज्ञ का होना नितांत आवश्यक है
  • संचार साधनों के तीव्र विकास ने नौकरशाही की जरूरत पर बल दिया है
  • बड़े उद्योगों के कुशल प्रबंधन के लिए विशेषज्ञों की आवश्यकता नौकरशाही का आधार बनी है
  • न्याय व्यवस्था के युक्तिकरण ने विकास को प्रोत्साहित किया है


नौकरशाही के दोष (Demerits of Bureaucracy)


        नौकरशाही की विद्वानों ने अनेक आलोचनाएं की है भारत में इसे नौकरशाही कहा जाता है साथ ही इसे नवीन तानाशाही, लाल फीताशाही, सामंतवाद आदि नामों से भी संबोधित किया जाता है नौकरशाही के प्रमुख दोष इस प्रकार हैं
  • लालफीताशाही  (Redtapism):- नौकरशाही का सबसे बड़ा देश लाल फीता शाही है इसका तात्पर्य है कि प्रत्येक कार्य का संपादन करने के लिए एक निश्चित पद्धति अपनाई जाती है भले ही ऐसा करने में चाहे जितना पैसा और समय नष्ट हो नौकरशाह कार्य में किसी ना किसी प्रकार का रोड़ा अटका देते हैं
  • उच्चता की भावना (Superiority Complex):- नौकरशाही का दूसरा दुर्गुण कर्मचारियों की अहं की भावना होता है वे अपने को सर्वगुण संपन्न समझते हैं नीतियों के निर्धारण में भी हस्तक्षेप करते हैं शासन करना और रौब दिखाना अपना नैतिक कर्तव्य समझते हैं
  • औपचारिकता (Formality):- कर्मचारी औपचारिकता के कारण घिसे पिटे शब्दों का प्रयोग करते हैं जो सैकड़ों वर्षों से वैसे ही चले आ रहे हैं प्रत्येक कर्मचारी दूसरे कर्मचारी या अधिकारी पर उत्तरदायित्व का बोझ डालकर मुक्त होना चाहता है
  • तानाशाही (Depotism):- नौकरशाही में अधिकारी नित्य ही नए अधिकारों की मांग करते हैं वे सभी प्रकार के अधिकारों को अपने में समाहित देखना चाहते हैं
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